पूरे देश में आज टीचर्स डे मनाया जा रहा है. ये दिन होता है अपने शिक्षकों को याद करने का, उनके प्रति इमोशंस को जाहिर करने का.
टीचर्स डे के मौके पर लोग अपने शिक्षकों को याद करते हैं. उन्हें विश करते हैं, तोहफे देते हैं. उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि आखिर शिक्षक आपके जीवन में इतने महत्वपूर्ण क्यों होते हैं. हम बताते हैं.
गुरु केवल वही नहीं होता जो पढ़ाता है, गुरु तो हर वो शख्स है जो आपका हाथ थामकर आगे बढ़ना सिखाता है. वो मां भी हो सकती है, पिता भी और ऑफिस का कोई सीनियर भी.
तो आइये जानते है ,
रिश्तों का मतलब
टीचर ही वो पहली या पहला शख्स होता है जिससे आप प्यार-नफरत का रिश्ता रखते हैं. होमवर्क दे या डांट पड़ने पर वो आपको बुरी लगती है और जब तारीफ करे तो अच्छी.
जीवन की राह
टीचर्स ही जीवन की राह दिखाते हैं. वे आपको दुनिया के बीच खड़े होने को तैयार करते हैं. वही अनुशासन सिखाते हैं.
भविष्य को निखारते हैं
टीचर भविष्य को निखारती है. बिना कोई क्रेडिट लिए. आपकी पर्सनेलिटी पर जितना असर परिवार का होता है और उतना ही टीचर का भी होता है.
अगर आप भी इस शिक्षक दिवस अपने टीचर्स को कुछ खास तोहफा देना चाहते हैं तो हम बताते हैं कुछ आइडियाज. ये तोहफे आपके बजट में फिट होंगे, साथ ही टीचर्स को काफी पसंद भी आएंगे.
टीचर्स डे के मौके पर लोग अपने शिक्षकों को याद करते हैं. उन्हें विश करते हैं, तोहफे देते हैं. उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि आखिर शिक्षक आपके जीवन में इतने महत्वपूर्ण क्यों होते हैं. हम बताते हैं.
गुरु केवल वही नहीं होता जो पढ़ाता है, गुरु तो हर वो शख्स है जो आपका हाथ थामकर आगे बढ़ना सिखाता है. वो मां भी हो सकती है, पिता भी और ऑफिस का कोई सीनियर भी.
तो आइये जानते है ,
क्यों मनाते हैं शिक्षक दिवस
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश के पहले उपराष्ट्रपति, दूसरे राष्ट्रपति और महान शिक्षक थे. साल 1962 से भारत में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्मतिथि के दिन ही शिक्षक दिवस मनाया जाता है. उनका मानना था कि एक शिक्षक का दिमाग देश में सबसे बेहतर दिमाग होता है.
जीवन को राह तभी मिलती है जब गुरु हाथ पकड़कर आगे बढ़ना सिखाता है. गुरु ही सही मायनों में जिंदगी जीने का तरीका और आने वाली मुश्किलों से लड़ना सिखाता है. इसलिए हर साल 5 सितंबर को टीचर्स डे यानी शिक्षक दिवस मनाया जाता है.
टीचर ही वो पहली या पहला शख्स होता है जिससे आप प्यार-नफरत का रिश्ता रखते हैं. होमवर्क दे या डांट पड़ने पर वो आपको बुरी लगती है और जब तारीफ करे तो अच्छी.
जीवन की राह
टीचर्स ही जीवन की राह दिखाते हैं. वे आपको दुनिया के बीच खड़े होने को तैयार करते हैं. वही अनुशासन सिखाते हैं.
भविष्य को निखारते हैं
टीचर भविष्य को निखारती है. बिना कोई क्रेडिट लिए. आपकी पर्सनेलिटी पर जितना असर परिवार का होता है और उतना ही टीचर का भी होता है.
अगर आप भी इस शिक्षक दिवस अपने टीचर्स को कुछ खास तोहफा देना चाहते हैं तो हम बताते हैं कुछ आइडियाज. ये तोहफे आपके बजट में फिट होंगे, साथ ही टीचर्स को काफी पसंद भी आएंगे.
पेन और डायरी
ये ऐसा तोहफा है जो हर शिक्षक को पसंद आता है. उनका काम ही इससे पड़ता है. इसलिए इससे अच्छा तोहफा और कोई हो ही नहीं सकता. आप डायरी में कुछ लिखकर जैसे विश या पोयम लिखकर भी उन्हें तोहफा दे सकते हैं.
ये ऐसा तोहफा है जो हर शिक्षक को पसंद आता है. उनका काम ही इससे पड़ता है. इसलिए इससे अच्छा तोहफा और कोई हो ही नहीं सकता. आप डायरी में कुछ लिखकर जैसे विश या पोयम लिखकर भी उन्हें तोहफा दे सकते हैं.
बुक या नॉवल्स
चूंकि शिक्षकों को पढ़ने का शौक होता है इसलिए उन्हें तोहफे में बुक या नॉवल्स काफी पसंद आती हैं. आजकल मार्केट में कई बुक्स का बंच भी मिलता है. वो दे सकते हैं. किसी लाइब्रेरी का मेंबरशिप कार्ड दे सकते हैं.
ग्रीटिंग्स
कुछ लोग सोचते हैं कि ये तोहफा देने का पुराना आइडिया हो सकता है. पर ऐसा नही हैं. कुछ गिफ्ट सदाबहार होते हैं. ग्रीटिंग्स में अपने दिल की बात लिखकर आप दे सकते हैं.
फोटो फ्रेम
पुरानी और खट्टी मीठी यादों को संजोए कुछ तस्वीरों को इकट्टठा कर आप उसे फ्रेम करवाकर तोहफे के रूप में दे सकते हैं. ये उन्हें काफी पसंद आएगा.कुछ लोग सोचते हैं कि ये तोहफा देने का पुराना आइडिया हो सकता है. पर ऐसा नही हैं. कुछ गिफ्ट सदाबहार होते हैं. ग्रीटिंग्स में अपने दिल की बात लिखकर आप दे सकते हैं.
फूल व चॉकलेट
ये सिंपल और बेहतरीन तोहफों में से एक है. टीचर को उनके मनपसंद फूल व चॉकलेट दे सकते हैं.
ये सिंपल और बेहतरीन तोहफों में से एक है. टीचर को उनके मनपसंद फूल व चॉकलेट दे सकते हैं.
क्यों खास होते हैं टीचर्स
बच्चे जब स्कूल में होते हैं तो टीचर्स ही उनके परेंट्स जैसे होते हैं. टीचर्स ही जीवन की राह दिखाते हैं. वे आपको दुनिया के बीच खड़े होने को तैयार करते हैं. वही अनुशासन सिखाते हैं.
बच्चे जब स्कूल में होते हैं तो टीचर्स ही उनके परेंट्स जैसे होते हैं. टीचर्स ही जीवन की राह दिखाते हैं. वे आपको दुनिया के बीच खड़े होने को तैयार करते हैं. वही अनुशासन सिखाते हैं.
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